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Shiv Tandav Mp3 Free Download Sanskrit in High Quality Audio

Shiv Tandav Mp3 Free Download Sanskrit — Shiv Tandav is a hymn sung by Shankar Mahadevan, in dedication to Lord Shiva. Given below are the details for shiv tandav mp3 free download sanskrit along with the download link.

  • Song Title : Shiv Tandav Stotram
  • Music Label: Times Music
  • Musician(s): Shailesh Dani
  • Font : Sanskrit
  • Singer(s): Shankar Mahadevan
  • Song Duration: 9:13 mins

Shiv Tandav Mp3 Free Download Sanskrit

Lyrics of the Song

||सार्थशिवताण्डवस्तोत्रम् ||

||श्रीगणेशाय नमः ||

जटाटवीगलज्जल प्रवाह पावितस्थले, गलेऽवलम्ब्य लम्बितां भुजङ्ग तुङ्ग मालिकाम् |

डमड्डमड्डमड्डमन्निनाद वड्डमर्वयं, चकारचण्डताण्डवं तनोतु नः शिवः शिवम् ||१||

जटाकटाहसंभ्रम भ्रमन्निलिम्प निर्झरी, विलो लवी चिवल्लरी विराजमान मूर्धनि |

धगद्धगद्धगज्ज्वलल् ललाट पट्ट पावके किशोर चन्द्र शेखरे रतिः प्रतिक्षणं मम ||२||

धराधरेन्द्रनंदिनी विलास बन्धु बन्धुरस् फुरद् दिगन्त सन्तति प्रमोद मानमानसे |

कृपाकटाक्षधोरणी निरुद्ध दुर्धरापदि क्वचिद् दिगम्बरे मनो विनोदमेतु वस्तुनि ||३||

लताभुजङ्गपिङ्गलस् फुरत्फणा मणिप्रभा कदम्ब कुङ्कुमद्रवप् रलिप्तदिग्व धूमुखे |

मदान्धसिन्धुरस् फुरत् त्वगुत्तरीयमे दुरेमनो विनोद मद्भुतं बिभर्तु भूतभर्तरि ||४||

सहस्रलोचनप्रभृत्य शेषलेखशेखर प्रसून धूलिधोरणी विधूस राङ्घ्रि पीठभूः |

भुजङ्गराजमालया निबद्ध जाटजूटक श्रियै चिरायजायतां चकोर बन्धुशेखरः ||५||

ललाट चत्वरज्वलद् धनञ्जयस्फुलिङ्गभा निपीत पञ्चसायकं नमन्निलिम्प नायकम् |

सुधा मयूखलेखया विराजमानशेखरं महाकपालिसम्पदे शिरोज टालमस्तु नः ||६||

करालभालपट्टिका धगद् धगद् धगज्ज्वल द्धनञ्जयाहुती कृतप्रचण्ड पञ्चसायके |

धराधरेन्द्रनन्दिनी कुचाग्र चित्रपत्रक प्रकल्प नैक शिल्पिनि त्रिलोचने रतिर्मम |||७||

नवीनमेघमण्डली निरुद् धदुर् धरस्फुरत्- कुहू निशीथि नीतमः प्रबन्ध बद्ध कन्धरः |

निलिम्पनिर्झरीधरस् तनोतु कृत्ति सिन्धुरः कला निधान बन्धुरः श्रियं जगद् धुरंधरः ||८||

प्रफुल्लनीलपङ्कजप्रपञ्च कालिम प्रभा- वलम्बि कण्ठकन्दली रुचिप्रबद्ध कन्धरम् |

स्मरच्छिदंपुरच्छिदं भवच्छिदं मखच्छिदं गजच्छि दांध कच्छिदं तमंतकच्छिदं भजे ||९||

अखर्वसर्वमङ्गला कला कदंब मञ्जरी रस प्रवाह माधुरी विजृंभणा मधुव्रतम् |

स्मरान्तकंपुरान्तकंभवान्तकं मखान्तकं गजान्त कान्ध कान्त कं तमन्त कान्त कं भजे ||१०||

जयत्वदभ्रविभ्रम भ्रमद् भुजङ्ग मश्वस – द्विनिर्ग मत् क्रमस्फुरत् कराल भाल हव्यवाट् |

धिमिद्धिमिद्धिमिध्वनन्मृदङ्गतुङ्गमङ्गल ध्वनिक्रमप्रवर्तित प्रचण्डताण्डवः शिवः ||११||

स्पृषद्विचित्रतल्पयोर्भुजङ्गमौक्तिकस्रजोर्- – गरिष्ठरत्नलोष्ठयोः सुहृद्विपक्षपक्षयोः |

तृष्णारविन्दचक्षुषोःप्रजामहीमहेन्द्रयोः समप्रवृत्तिकः ( समं प्रवर्तयन्मनः) कदासदाशिवं भजे ||१२||

कदा निलिम्पनिर्झरीनिकुञ्जकोटरे वसन्विमुक्तदुर्मतिः सदा शिरः स्थमञ्जलिं वहन् |

विमुक्तलोललोचनो ललामभाललग्नकः शिवेति मंत्रमुच्चरन् कदा सुखी भवाम्यहम् ||१३||

इदम् हि नित्यमेवमुक्तमुत्तमोत्तमं स्तवं पठन्स्मरन्ब्रुवन्नरो विशुद्धिमेतिसंततम् |

हरेगुरौसुभक्तिमाशु याति नान्यथा गतिं विमोहनं हि देहिनां सुशङ्करस्य चिंतनम् ||१४||

पूजावसानसमये दशवक्त्र गीतं यः शंभु पूजन परं पठति प्रदोषे |

तस्यस्थिरांरथगजेन्द्र तुरङ्ग युक्तां लक्ष्मीं सदैव सुमुखिं प्रददाति शंभुः ||१५||

इति श्रीरावण- कृतम् शिव- ताण्डव- स्तोत्रम् सम्पूर्णम्

Note:

This song is available online on the below mentioned link:

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Gaurav Gupta

To be happy one needs a reason and to become sad, a reason too. Take control of your life and nobody can control what you feel.
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